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आज महाराणा प्रताप की जयंती पर चलिये कुम्भलगढ़

महाराणा प्रताप (९ मई, १५४०- १९ जनवरी, १५९७) उदयपुर, मेवाड में शिशोदिया राजवंश के राजा थे. हिंदू कलेंडर के अनुसार उनका जन्म ज्येष्ठ शुक...

पटनीटॉप की यात्रा

 कटरा से पटनीटॉप जाते हुए पहाड़ी रास्तों की जटिलता को महसूस किया।
सितंबर माह में पटनीटॉप में  बर्फ नहीं थी , वहाँ के 'रोप वे' से घाटियों के नज़ारे बेहद खूबसूरत दिखाई देते हैं । sky  व्यू ,(India's highest Rope way) 


 

 




उसके बाद पटनीटॉप से 15 किलोमीटर दूर  नत्थाटॉप से होते हुए सनासर गए। नत्थाटॉप (nathatop) जम्मू कश्मीर (jammu kashmir) का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है।समुद्र तल से इसकी ऊँचाई 7700 फुट है। हल्की बारिश हो रही थी । वहीं एक छोटी सी दुकान थी ,वहाँ चाय और वहाँ की एक खास dish खाने को मिली[नाम याद नहीं ] 


 



सनासर बहुत ही खूबसूरत जगह है जहाँ सनासर  झील है। सनासर से वापस जम्मू जाते हुए  जहाँ हम रुके थे ,उस जगह  कई सौ साल पुराना एक नाग मंदिर था । 





 

मैं सुबह 6 बजे से बाहर आकर प्रतीक्षा करने लगी कि कब सूर्य उदय हो और मैं तस्वीरें लूँ पर सूरज तो सुबह के आठ बजे ही दिखा। तब एक स्थानीय ने बताया कि पहाड़ इतने ऊँचे हैं इसलिए सूरज आठ से पहले नहीं दिखेगा !
जम्मू में भी वहाँ के कुछ प्रसिद्ध स्थान देखे ।


इन सभी स्थानों की खूबसूरती को शब्दों में अभिव्यक्त करना या तस्वीरों में क़ैद कर पाना कठिन है। 




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