गुजरात के विश्व प्रसिद्ध शहर अहमदाबाद ko 'मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट' भी कहते हैं.
साबरमती नदी के किनारे बसे इस शहर को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर की बुनियाद सन १४११ में डाली गयी थी.
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शहर का नाम सुलतान अहमदशाह पर पडा था.कंकरिया और वस्त्रापुर तालाब दो मुख्य झीलें हैं.
पुराने अहमदाबाद शहर के बीचों बीच बनी इस 'रानी सीपरी की मस्जिद 'प्रसिद्ध इबादतगाह को सुल्तान महमूद बेगड़ा की हिंदू रानी सीपरी ने १५१४ में बनवाया था .
यह इमारत पुरातत्व विभाव द्वारा संरक्षित है.इस मस्जिद के पास ही रानी सीपरी का मकबरा भी बना हुआ है..
इसी सुल्तान की दूसरी हिंदू रानी [धार की राजकुमारी ]रूपमती की मस्जिद और उनका मकबरा भी यहीं पास में बना हुआ है.
माना जाता है उन दिनों राजनीति लाभ के लिए दो धर्मों के बीच विवाह का बहुत चलन था.
यह मस्जिद और इसकी मीनारें हिंदू और इस्लामिक वास्तुकला के अद्भुत मिश्रण का सुन्दर उदाहरण है.
इस के सब से बड़े गुम्बद को १२ खम्बों का सहारा है.खिड़कियों पर हिंदू शैली में जाली का आकर्षक ,महीन और अद्भुत काम है.
इसे नगीना मस्जिद भी कहा जाता है.
this picture is from the link-http://www.oldindianphotos.in/2010/08/queens-mosque-rani-masjid-mirzapoor.html
यहीं रानी रूपमती की मस्जिद भी है जिसे रानी रूपमती ने १४४० में बनवाया था.
चित्रों में आप यहाँ की सुन्दर कारीगरी देख सकते हैं.रानी सीपरी मस्जिद और मकबरे का श्वेत श्याम चित्र १९०२ में लिया गया एक दुर्लभ चित्र है.
हिन्दू रानी सीपरी के नाम पर बनी इस मस्जिद में आज भी नियमित रूप से नमाज़ अदा की जाती है.
इसकी विडियो यहाँ देखें-:
अहमदाबाद में अन्य पर्यटक स्थल -
स्वामिनारायण मंदिर,कंकोरी झील,हाथीसिंह जैन मंदिर,१४२३ में बनी जामा मस्जिद,साबरमती आश्रम,केलिको संग्रहालय आदि.
घूमने के लिए सब से अच्छा मौसम अक्टूबर से फरवरी का माना जाता है.
साबरमती नदी के किनारे बसे इस शहर को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर की बुनियाद सन १४११ में डाली गयी थी.
रानी सीपरी की मस्जिद |
शहर का नाम सुलतान अहमदशाह पर पडा था.कंकरिया और वस्त्रापुर तालाब दो मुख्य झीलें हैं.
पुराने अहमदाबाद शहर के बीचों बीच बनी इस 'रानी सीपरी की मस्जिद 'प्रसिद्ध इबादतगाह को सुल्तान महमूद बेगड़ा की हिंदू रानी सीपरी ने १५१४ में बनवाया था .
यह इमारत पुरातत्व विभाव द्वारा संरक्षित है.इस मस्जिद के पास ही रानी सीपरी का मकबरा भी बना हुआ है..
इसी सुल्तान की दूसरी हिंदू रानी [धार की राजकुमारी ]रूपमती की मस्जिद और उनका मकबरा भी यहीं पास में बना हुआ है.
माना जाता है उन दिनों राजनीति लाभ के लिए दो धर्मों के बीच विवाह का बहुत चलन था.
यह मस्जिद और इसकी मीनारें हिंदू और इस्लामिक वास्तुकला के अद्भुत मिश्रण का सुन्दर उदाहरण है.
इस के सब से बड़े गुम्बद को १२ खम्बों का सहारा है.खिड़कियों पर हिंदू शैली में जाली का आकर्षक ,महीन और अद्भुत काम है.
इसे नगीना मस्जिद भी कहा जाता है.
रानी रूपमती की मस्जिद |
यहीं रानी रूपमती की मस्जिद भी है जिसे रानी रूपमती ने १४४० में बनवाया था.
चित्रों में आप यहाँ की सुन्दर कारीगरी देख सकते हैं.रानी सीपरी मस्जिद और मकबरे का श्वेत श्याम चित्र १९०२ में लिया गया एक दुर्लभ चित्र है.
हिन्दू रानी सीपरी के नाम पर बनी इस मस्जिद में आज भी नियमित रूप से नमाज़ अदा की जाती है.
इसकी विडियो यहाँ देखें-:
अहमदाबाद में अन्य पर्यटक स्थल -
स्वामिनारायण मंदिर,कंकोरी झील,हाथीसिंह जैन मंदिर,१४२३ में बनी जामा मस्जिद,साबरमती आश्रम,केलिको संग्रहालय आदि.
घूमने के लिए सब से अच्छा मौसम अक्टूबर से फरवरी का माना जाता है.
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