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आज महाराणा प्रताप की जयंती पर चलिये कुम्भलगढ़

महाराणा प्रताप (९ मई, १५४०- १९ जनवरी, १५९७) उदयपुर, मेवाड में शिशोदिया राजवंश के राजा थे. हिंदू कलेंडर के अनुसार उनका जन्म ज्येष्ठ शुक...

धारी देवी मंदिर

 2022 में की यात्राओं में से एक धारी देवी जी के मंदिर की भी है ।यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के पौड़ी (Pauri)   जिले में श्रीनगर [गढ़वाल में अलकनंदा नदी के तट पर श्रीनगर बद्रीनाथ राजमार्ग पर  कल्यासोड़ में स्थित है।
श्रीनगर [गढ़वाल ]से लगभग 15 किलोमीटर,रुद्रप्रयाग  से 20 किलोमीटर ओर दिल्ली से 360 किलोमीटर दूर है।



देवी को पूरे उत्तराखंड की संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है। जब इनका स्थान यहाँ बाँध बनाने के लिए 2013 में बदला जा रहा था उसी समय केदारनाथ की आपदा हुई थी। जिसके बाद इन्हें पुनः पहले स्थान पर स्थापित कर दिया गया।
यहाँ देवी की मूर्ति की  फ़ोटो खींचना मना है। एक पर्यटक फ़ोटो खींच रहे थे उनको किसी का उदाहरण देते हुए पुजारी ने बताया कि किसी ने मना करने के बाद भी मोबाईल से फ़ोटो ली थीं । उस व्यक्ति के साथ कुछ ऐसी घटनाएँ हुईं कि उसको दोबारा यहाँ क्षमा माँगने आना पड़ा।

माता धारी देवी का मंदिर उत्तराखंड के पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल में स्थित एक भव्य मंदिर है । धारी देवी काली माता का रूप हैं है। इन्हें  पालकी देवी के रूप में भी माना जाता है। इस मंदिर में देवी की मूर्ति का सिर्फ ऊपरी भाग सिर स्थित है एवं निचला भाग कालीमठ में स्थित माँ मैठाणा नाम से प्रसिद्ध है। यह स्थान पर्वत घाटियों से घिरे एक मनोरम  स्थान पर है। 


बाँध के बीच धारी देवी जी का मंदिर 

 


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